फर्जीवाड़ा - PDS डीलर के फर्जीवाड़े से दंग है,राशनकार्डधारी, हुआ भंडाफोड़, मामले की जाँच के लिए पीड़िता लगा रहे चक्कर।

फर्जीवाड़ा - PDS डीलर के फर्जीवाड़े से दंग है,राशनकार्डधारी, हुआ भंडाफोड़, मामले की जाँच के लिए पीड़िता लगा रहे चक्कर।
खुसरुपूर -/ एक कहावत है,चोर अगुर ताला की, बईमान अगुर केवाला की, सरकार लाख कोशिश करले,लेकिन चोर,बेईमान अपना रास्ता खोज ही लेता है, इसी कहावत को एक PDS दुकानदारों ने चरितार्थ कर के दिखा दिया है।
मामला पटना जिले के खुसरूपुर के बैकठपुर का है, जहाँ राशनकार्ड धारियों के बिना आवेदन दिए हुए डीलर के द्वारा फर्जी राशनकार्ड बनाकर राशन के उठाव का मामला प्रकाश में आया है। बैकठपुर पंचायत के निवासी अशोक कुमार ने जब इंटरनेट के माध्यम से अपने आधार कार्ड संख्या 401801935810 की जांच कर रहे थे तब उन्हें पता चला कि इस आधार कार्ड पर तो राशनकार्ड निर्गत किया जा चूका है। फिर परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड का जांच करने पर पता चला कि तीन और सदस्य पिता जी शशि भूषण प्रसाद जिनका आधार संख्या 748216295954 , पत्नी रेखा कुमारी जिनका आधार कार्ड संख्या 745670566469 और एक छोटा पुत्र विष्णु जी जिसका आधार संख्या 530386853811 भी राशनकार्ड में जुड़ा हुआ है।
पीड़ित ने मामले को गंभीरता से लिया।
 इसके बाद आवेदक गंभीरता से इस मामले को संज्ञान में लिया और इंटरनेट पर ही राशन के उठाव का रिकार्ड जांच करने लगे तो पता चला कि सरकारी अनाज का उठाव दिसम्बर माह का दिनांक 06-01-2020, जनवरी माह का दिनांक 05-02-2020, फरवरी माह का दिनांक 03-03-2020, मार्च माह का दिनांक 27-03-2020 का उठाव  PDS दुकान मंटु यादव जिसका जन वितरण प्रणाली दुकान संख्या 123000600124 है, इनके यहाँ से राशन का उठाव हो चुका है। 
जबकि राशन कार्डधारी या कार्डधारी के परिवार के किसी सदस्य ने न तो कभी जन वितरण प्रणाली के दुकान पर राशन लाने गयें है। कार्डधारी को पता ही नही था , कि मेरे नाम से राशनकार्ड बना हुआ है, तो फिर राशन लाने भी किस आधार पर जाते। पीडित परिवार जब पूर्ण रुप से आभास हो गया कि मेरे नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। 
पीड़ित का शिकायत।
तब जाकर पीड़ित ने खुसरुपूर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के पास निष्पक्ष जाँच करने के लिए आवेदन दिए। आवेदन पत्र में पीड़ित परिवार के तरफ से पदाधिकारियों से गुहार लगायी गई है कि बिना आवेदन के हमारे नाम पर बने राशनकार्ड जिसका कार्ड संख्या-10280160014005800061 से उठाव किए गए सरकारी अनाज का किसने उठाव किया एवं उस अनाज का इस्तेमाल कहा किया गया। 
यदि उक्त विभाग के तरफ से सही तरीके से जांच हो गई ,तो कई डीलरों के द्वारा फर्जीवाड़ा से राशन उठाव का मामला का भंडाफोड़ हो सकता है।

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