अरविंद कुमार की रिपोर्ट/मसौढ़ी-थाना से सटे महज 200 मीटर की दूरी पर बेखौफ अपराधियों ने सरेआम दिनदहाड़े गाँधी मैदान के मुख्य गेट पर भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के चचेरे भाई नीमा गांव निवासी दिनेश शर्मा को अपराधियों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी.जब वे मसौढ़ी थाना के समीप स्थित अपने श्रृंगार की दुकान को खोलकर बैठे हुए थे।हत्या के पीछे कारणों की जांच-पड़ताल में मसौढ़ी थाना की पुलिस जुट गई है।इस घटना को लेकर परिजनों एवं लोगों में काफी आक्रोश है।
भाजपा के पूर्व विधायक एवं सक्रिय नेता चितरंजन शर्मा के चाचा व समाजिक कार्यकर्ता अभिराम शर्मा को जहानाबाद में ठीक उसी समय गोली मारकर हत्या कर दी.जिससे यह साफ स्पष्ट हो रहा है कि दोनों घटना को अंजाम देने वाले एक ही शूटर गिरोह है।पूर्व विधायक के चचेरे भाई दिनेश शर्मा की मसौढ़ी में अपराधियों ने दुकान खोलते ही गोली मारकर हत्या कर दिया। जिस तरह से अपराधियों ने एक समय में दोनों जगहों पर घटना को अंजाम दिया हैं।इससे यहीं लगता है की अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के पूर्व फुल प्लानिंग किया था। पूर्व विधायक के परिवार में घटित घटना से खासकर मगध क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है।
लंबे बीमारी से जूझ कर ठीक हुए पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा भी घटना की सूचना पाकर मसौढ़ी घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।घटना की सूचना पाकर मसौढी थाना अध्यक्ष संजय कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन करने लगे अनुमंडल पुलिस अधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी वैभव शर्मा भी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के सीसीटीवी कैमरा खंगालने में जुट गए हैं। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अपाची गाड़ी पर सवार दो हैमलेट लगाएं युवक गाड़ी खड़ा कर दिनेश शर्मा के दुकान में प्रवेश करते हैं।और दनादन उनके सिर एवं छाती में तीन गोली मारकर आराम से हथियार लहराते हुए भाग खड़े होते हैं।
घटना के बाद काफी देर तक घटनास्थल पर अफरा तफरी का माहौल बन गया।वही स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के आधा घंटा बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुँचती है।जबकि गांधी मैदान से थाना की दूरी महज200मीटर पर है।स्थानीय लोगों के द्वारा थाना की सूचना घटना के पांच मिनट बाद ही दी जाती हैं।इसके घंटों बाद मसौढ़ी थाना पहुँचती है।वही परिजनों ने पुलिस से हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर काफी देर तक शव को घटनास्थल पर ही रोके रखा पुलिस अधिकारी के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा गया।
इस संबंध में पुलिस के समक्ष मृतक के पुत्र सोनू कुमार ने बताया कि उसके गांव के ही पांडव सेना के सरगना रहे संजय शर्मा के साथ आपसी रंजिश पिछले कई वर्षों से चल रहा था वर्ष 2012 में मृतक दिनेश शर्मा के भाई विजेंद्र शर्मा की भी हत्या कर दी गई थी.इस मामले में एक व्यक्ति की सजा होने की स्थिति में कोर्ट में मामला पहुंच गई है।पुत्र सोनू कुमार ने बताया कि इस घटना का अंजाम संजय शर्मा के द्वारा दिया गया है।जिस तरह से घटना का अंजाम दिया गया है। उसे लगता है कि घटना के अंजाम देने में सुपारी किलर का काम है। फिलहाल पुलिस तमाम बिंदुओं पर छानबीन प्रारंभ कर दिया गया है।
एक ही समय में जहानाबाद व मसौढ़ी बाजार में हुई दो हत्या की घटना के बाद धनरूआ थाना के नीमा जो दिनेश शर्मा का पैतृक गांव है वहां लोगों के बीच गमगीन माहौल बना हुआ है।मृतक के परिजनों के चेहरे पर आक्रोश साफ नजर आ रहा है जिससे आने वाले दिनों में किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताया जाता है।कि कुछ वर्ष पूर्व दिनेश शर्मा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी से रिटायर होकर मसौढ़ी बाजार में रहते थे और एक श्रृंगार का दुकान चलाते थे।
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