बिहार के लिए विनाशकारी साबित होगा जाति आधारित जनगणना, फैलेगा जातीय उन्माद : ललन यादव

श्री यादव ने कहा कि नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास की झूठी ढोल पीटकर हर इलाके का विकास और हर तबके के उत्थान की बात करते हैं|

बिहार के लिए विनाशकारी साबित होगा जाति आधारित जनगणना, फैलेगा जातीय उन्माद : ललन यादव
प्रिया सिंह की रिपोर्ट/पटना--असली देशी मोर्चा के संयोजक ललन यादव ने बिहार में होनेवाली जाति आधारित जनगणना को विनाशकारी बताया है| उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना होने से बिहार में जातीय उन्माद फैलेगा जिसका दुष्परिणाम हर वर्ग को भुगतना पड़ेगा| अपने सभी जनसभाओं एवं कार्यक्रमों में समाज में सौहार्द बनाये रखने की अपील करनेवाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दोहरा चरित्र सामने आ गया है| इसके बाद भी बिहार की जनता यदि सजग और जागरूक नही होगी तो बिहार हिंसा की आग में झुलसने को मजबूर होगा| जाति आधारित जनगणना के बाद इस प्रदेश में न सिर्फ बैकवर्ड-फॉरवर्ड की लड़ाई शुरू होगी बल्कि अधिक आबादी वाली जाति सत्ता और समाज में अपना दबदबा बनाये रखने के लिए मर्यादा की हर हदें पार करने से तनिक भी गुरेज नही करेगा|
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ललन यादव ने कहा कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए नीतीश कुमार ने यह नया शगूफा छोड़ा है ताकि जनता का ध्यान भटकाया जा सके| बिहार कैबिनेट से जातीय जनगणना के नाम पर 500 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गयी है| प्रदेश की गरीब जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रूपये का बंदरबाट कर नीतीश कुमार जाति से जाति को लड़ाने की साजिश रच रहे हैं| उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के 17 वर्षों के शासनकाल में बनी सभी योजनायें जमींदोज हो गयी| तरह-तरह की योजनायें बनाकर सरकारी खजाने की पूरी तरह से लूट किया गया| सात निश्चय योजना के तहत हर घल नल का जल योजना, हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण की योजना, जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जलाशयों के जीर्णोद्धार सहित तमाम योजनायें जनता के नाम पर बनाई गयी| लेकिन एक भी योजना का लाभ जनता तक नहीं पहुंच सकी| यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है|
 
श्री यादव ने कहा कि नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास की झूठी ढोल पीटकर हर इलाके का विकास और हर तबके के उत्थान की बात करते हैं| लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि अपने डेढ़ दशक से भी अधिक के कार्यकाल में नीतीश कुमार ने नालंदा के अलावा प्रदेश के किसी इलाके के विकास के लिए सोचा तक नही| सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि वर्षों-वर्षों से जिस राजगीर में पेयजल की किल्लत थी वहां फिल्म सिटी, पुलिस एकेडमी, स्टेडियम, जू सफारी, नेचर सफारी जैसे बड़े-बड़े संस्थान बनाने की क्या जरूरत थी| आज अरबो रूपये खर्च कर गंगा जल पहुंचा रहे हैं| यह हास्यास्पद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है| जनता कराह रही है और सरकार सिर्फ योजनाओं की डफली बजाकर अपनी पीठ थपथपा रही है| सम्पूर्ण बिहार में सरकार के जाति आधारित जनता के खिलाफ आंदोलन कर असली देशी मोर्चा समाज को सजग करने का काम करेगा|

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