किसानों के मुआवजे की पहले पूरी करें मांग, तभी आगे बढ़ेगा करजान ताजपुर पुल का काम,अन्यथा...... -- पीड़ित किसान
जानिए कहां, क्या,किसने ... प्रबंधन के टालमटोल रवैए से आहत सैकड़ों किसानों ने पुल निर्माण कार्य किया बाधित
प्रिया सिंह की रिपोर्ट//पटना-- जिला के अथमलगोला अंचल अंतर्गत निर्माणाधीन बहुप्रतीक्षित करजान ताजपुर पुल का निर्माण कार्य मुआवजे की मांग को लेकर एक बार फिर से किसानों द्वारा रोक दिया गया।शनिवार को सैकड़ों की संख्या में निर्माण स्थल पर जुटे किसान एकस्वर में अपने हक की मांग करते नजर आए।किसानों की बस एक ही मांग है कि नवयुगा पुल प्रबंधन अधिग्रहीत भूमि का मुआवजा मुहैया कराए और उसके बाद ही निर्माण कार्य शुरु करे।पीड़ित किसानों ने कहा कि आजीविका का मुख्य साधन जमीन भी ले लिया गया और मुआवजा भी नहीं मुहैया कराया जा रहा है।पुल प्रबंधन ने स्थानीय प्रशासन से मुआवजा की बाबत बात करने की बात कही है।
स्थानीय मुखिया अरविंद कुमार ने बताया की किसानों के सब्र की इंतहा हो चुकी है। स्थानीय प्रशासन और अनुमंडल प्रशासन ने एक माह में समस्या समाधान का आश्वासन दिया था।करीब छः माह गुजरने को है।लेकिन समस्या जस का तस है। सुधी लेने वाला कोई नहीं।पुल प्रबंधन के टालमटोल रवैये के कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।परेशानहाल किसानों की एक ही मांग है कि प्रबंधन निर्धारित मुआवजा उपलब्ध कराए और तब अपना निर्माण कार्य शुरु करे।वहीं किसान सुबोध सिंह ने कहा कि पुल या प्रशासन जो भी हो किसानों के मुआवजे के मांग की पूर्ति करें।और निर्माण कार्य आगे बढ़ाए।क्योंकि किसान जमीन चले जाने और मुआवजा नहीं मिलने के कारण खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। जबकि किसान इंदुभूषण सिंह उर्फ गब्बर सिंह ने कहा की दर्जनों किसानों के मुआवजे का पैसा फंसा हुआ है।जिन किसानों के लिए जमीन ही मुख्य जीवन आधार था उनकी परेशानी बढ़ी हुई है।इसीलिए तत्काल किसानों को राशि मुहैया कराने की दिशा में पुल प्रबंधन को कदम उठाना चाहिए। उन्होंने बाढ़ विधानसभा के सभी नेताओं से समस्या समाधान में सहयोग की अपील की।
इस संबंध में दूरभाष पर मिडिया से बात करते हुए नवयुगा निर्माण कम्पनी के प्रबंधक मि जोसफ ने बताया की मुआवजे की मांग को लेकर किसानों द्वारा निर्माण कार्य रोकने की जानकारी मिली है।जिसके लिए अंचलाधिकारी से बात किया जा रहा है।स्थानीय प्रशासन द्वारा जो निर्देश दिया जाएगा उसके अनुरूप आगे निर्माण कार्य शुरु किया जाएगा। वहीं अंचलाधिकारी अर्पणा कुमारी ने बताया की किसानों द्वारा कार्य बाधित किए जाने की जानकारी मिली है। कई वर्षो से लंबित करीब 168 किसानों का मुआवजा से संबंधित दस्तावेज तैयार करके जिला कार्यालय भेज दिया गया है।और राशि मुहैया कराने के लिए प्रक्रिया जारी है।जल्द ही मामले का निबटारा कर दिया जाएगा। फिलहाल अनुमंडल एवं जिला स्तर के वरीय अधिकारीयों को वर्तमान स्थिति से अवगत करा दिया गया है। वरीय अधिकारीयों के निर्देशालोक में आगे कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात हो की नवयुगा कंस्ट्रशन कंपनी द्वारा निर्माणाधीन करजान ताजपुर पुल नए निर्धारित समय सीमा के अनुसार 2026 में बनकर तैयार होने का अनुमान है।विदित हो की 5.5 किलोमीटर लंबाई में इस पुल का निर्माण हो रहा है। जिसके लिए 2010 में नीतीश कैबिनेट ने स्वीकृति दी थी।और 2011 में सीएम नीतीश कुमार ने निर्माण का शिलान्यास किया था। इस पुल को 2016 में ही एजेंसी को पूरा करना था। लेकिन पुल प्रबंधन ने निर्माण कार्य 2018 के बाद पैसे की तंगी के कारण ठप कर रखा है।अभी तक लगभग 272 पिलरों का जमीनी काम हो चुका है।1602.74 करोड़ लागत की इस परियोजना में 917.74 करोड़ एजेंसी नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड को इन्वेस्ट करना था और 277.50 करोड केंद्र सरकार इसमें मदद कर रही है।वहीं 307.50 करोड बिहार सरकार दे रही है।2018 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई सर्वेक्षण भी किया था।एजेंसी को बैंक से फाइनेंस करवाने में भी सरकार ने मदद की थी।पुल का निर्माण हैदराबाद की कंपनी कर रही है।करोना, मौसम की मार, आर्थिक तंगी और किसानों के मुआवजा से जुड़ी समस्याओं दो चार होने में करीब तेरह साल गुजर गए।
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