बिहार की मशहूर लोक गायिका डिम्पल भूमि कब, कैसे बनी सुरों की रानी, किनसे सीखी संगीत की बारीकियां
शादी कब करेंगे? के सवाल पर उनके पिता जी ने कही बड़ी बात,पिता को है पुत्री पर गर्व
गौरव कुमार की विशेष रिपोर्ट//बिहार के औरंगाबाद जिले अम्बा की रहने वाली डिम्पल भूमि एक प्रसिद्ध लोक गायिका और एक ग़ज़ल गायिका है। वर्ष 2017 में वह लोक गायकी में बिहार स्टेट टॉपर भी रह चुकी है। उन्होंने महुआ और डीडी बिहार समेत कई चैनलों में काम किया है। बिहार के कई ऐसे सांस्कृतिक महोत्सव में वह अपनी सुरीली आवाजों से तालियां बटोर चुकी है। इसलिए उन्हें सुरों की रानी कहा जाता है। डिम्पल भूमि कई सारे एल्बम में भी काम कर चुकी है जिनमें अगले जन्मिया में निमिया हो जईती, बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ एल्बम काफी हिट रही है।

डिम्पल के पिताजी की इच्छा थी संगीत में कुछ करने की
डिम्पल के पिताजी अरुण बाबू जो कि एक शिक्षक रह चुके है उन्होंने बताया कि संगीत में उनकी रुचि शुरू से ही थी,पर संसाधन नहीं होने की वजह से कुछ ज्यादा नहीं कर पाए। लेकिन उन्होंने जब बचपन में एक कार्यक्रम में डिम्पल की आवाज सुनी तो ठान लिया कि अपनी इस बेटी को संगीत के क्षेत्र में बहुत आगे ले जाना है। और शुरू ही उन्होंने डिम्पल को संगीत शिक्षक सुनील पाठक द्वारा संगीत की बारीकियां सीखने जिम्मा ले लिया। डिम्पल दो भाई और तीन बहन है जिनमें वह सबसे छोटी है। बचपन में शरारती होने की वजह से संगीत के लिए उन्हें मार भी बहुत पड़ती थी।आज बेटी की वजह से लोग मेरा नाम जानते है।

शादी कब करेंगे?
शादी के सवाल को लेकर डिम्पल के पिताजी ने कहा की बेटियां तो पराया धन होती है। बेटा कुंवार रह जाता है लेकिन बेटी कुंवार नहीं रहती है।अभी उतना भी उम्र नहीं हुआ है। अभी अपना करियर में और अच्छा कर ले फिर शादी होगी।लड़का सुशील हो, व्यावहारिक हो, परिवार को समझने वाला हो, होने वाली पत्नी को समझ सके, उसके संगीत को समझ सके।

मशहूर लोक गायिका सह गजल गायिका का पटना जिले के अथमलगोला करजान ग्राम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।यह आयोजन बिहार के महापर्व छठ पूजा के विशेष मौके पर किया गया। जब लोक गायिका ने अपनी सु मधुर आवाज से हजारों की संख्या में पहुंचे दर्शकों का मन मोह लिया। इस मौके पर डिम्पल भूमि ने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि देते हुए उनके गीतों को बखूबी मधुर आवाज में गा कर सबके दिलों में छाप छोड़ दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने पहुंची छठव्रतियों ने जब शारदा सिन्हा का छठ गीत लोक गायिका के मुख से सुना तो वो भावनात्मक रूप से भावविभोर हो गईं।डिम्पल करजान ग्राम जागरण हेतू आई इस क्रम में उन्होंने bn 24 live को संक्षिप्त साक्षात्कार भी दिया तथा अपने छठी माई के गीत की गायकी से सभी दर्शकों का मंत्र मुग्ध कर दिया।
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