शादी के बाद भी चलता रहा प्रेम,प्रेमी की खातिर पत्नी ने अपने सामने पति की हत्या करवाई उसके बाद शव को खाई में फेंका
जानिए पूरा घटनाक्रम,ये घटनाएँ न केवल समाज को झकझोरती हैं, बल्कि शादी जैसे रिश्ते में विश्वास की कमी को भी उजागर करती हैं।

निरंजन कुमार सिंह के साथ गौरव कुमार की विशेष रिपोर्ट-- शादी एक ऐसा रिश्ता है, जिसे प्रेम, विश्वास और आपसी समझ का आधार माना जाता है। लेकिन हाल के कुछ घटनाक्रम, जैसे सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी की दिल दहलाने वाली घटना, ने इस पवित्र बंधन पर सवाल उठाए हैं। पिछले एक साल में कई ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं, जहाँ नवविवाहित जोड़ों ने एक-दूसरे की हत्या की या करवाई। ये घटनाएँ न केवल समाज को झकझोरती हैं, बल्कि शादी जैसे रिश्ते में विश्वास की कमी को भी उजागर करती हैं।
पूरे देश की एक्सट्रीम मीडिया व शोसल मीडिया आजकल मेघालय मर्डर मिस्ट्री को भूना रही है। सोशल मीडिया में सोनम बेवफा है जैसे मीम की बाढ़ आई हुई है।मेघालय के खूबसूरत पहाड़ों में हनीमून मनाने गए इंदौर के नवविवाहित जोड़े की कहानी एक दिल दहला देने वाले अपराध में बदल गई। राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में उसकी पत्नी सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। पुलिस की गहन जांच में खुलासा हुआ कि शादी के कुछ ही दिनों बाद हत्या की योजना बना ली गई थी।
कैसे रची गई हत्या की साजिश?
इंदौर निवासी सोनम रघुवंशी (25) और राजा रघुवंशी (30) की 11 मई 2025 को शादी हुई थी। शादी के महज नौ दिन बाद 20 मई को वे हनीमून के लिए निकले और 22 मई को मेघालय के सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे। लेकिन 23 मई को दोनों रहस्यमय तरीके से लापता हो गए। 24 मई को उनकी स्कूटी एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिली। इसके बाद पुलिस ने तलाशी शुरू की और 2 जून को राजा का सड़ा-गला शव एक गहरे गड्ढे में मिला।
मध्यप्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक, सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने राजा को रास्ते से हटाने के लिए एक साजिश रची। इस साजिश में तीन शूटर – विशाल चौहान (19), आकाश राजपूत (22) और आनंद कुर्मी (21) को शामिल किया गया, जिन्हें राज ने हत्या के लिए गुवाहाटी होते हुए मेघालय भेजा गया।
साजिश में किसकी क्या भूमिका थी?
राज कुशवाहा, जो सोनम के परिवार के प्लायवुड फैक्ट्री में बिलिंग विभाग में काम करता था, इंदौर में ही रुका रहा ताकि उसके पास एक मजबूत “एलिबी” रहे। इस दौरान वह सोनम के परिवार वालों के संपर्क में रहा और यहां तक कि राजा की अंत्येष्टि में भी शामिल हुआ।
पुलिस का कहना है कि सोनम लगातार राज से संपर्क में थी और लोकेशन की जानकारी शूटरों तक पहुंचा रही थी। एक स्थानीय गाइड की गवाही ने मामले की गुत्थी सुलझाने में अहम भूमिका निभाई, जिसने राजा के साथ तीन अजनबियों और पीछे चलती सोनम को घटना स्थल के पास देखा था।।हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार – ‘डाओ’ – गुवाहाटी से खरीदा गया था, जो इस क्षेत्र में आम नहीं है, जिससे पुलिस का शक और मजबूत हुआ।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
मेघालय और मध्यप्रदेश पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में राज कुशवाहा, विशाल और आकाश को इंदौर और ललितपुर से पकड़ा गया, जबकि आनंद को सागर जिले के बीना से गिरफ्तार किया गया। सोनम ने खुद को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण किया। वह मानसिक रूप से अस्थिर अवस्था में पाई गई और फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
परिवार का आरोप और दर्द.??
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि सोनम अक्सर राज कुशवाहा से फोन पर बात करती थी। राजा की मां उमा देवी ने आरोप लगाया कि सोनम ने हनीमून की योजना बनाई और राजा से 9 लाख रुपये व गहने लेकर गई थी। शादी से पहले भी राजा ने मां से कहा था कि सोनम उसमें कोई रुचि नहीं दिखा रही है।
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने पुलिस की तत्परता की सराहना की और इसे एक “बड़ी सफलता” बताया। राज्य के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने इस मामले को “लव ट्रायंगल” बताया और कहा कि इससे राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा, लेकिन सच्चाई सामने आ गई है।
इन घटनाओं से हमें यह सीख मिलती है कि शादी जैसे रिश्ते को मजबूत करने के लिए खुले संवाद, आपसी सम्मान और विश्वास की जरूरत है। बिना इनके, कोई भी रिश्ता कमजोर पड़ सकता है। समाज को भी इस दिशा में सोचने की जरूरत है कि शादी को केवल एक सामाजिक बंधन न मानकर, इसे दो व्यक्तियों की भावनात्मक और मानसिक एकता के रूप में देखा जाए। तभी हम ऐसी त्रासदियों को रोक सकते हैं और शादी के रिश्ते में विश्वास को फिर से स्थापित कर सकते हैं।
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