एटीएस मशीन के माध्यम से डिजिटल सर्वे का कार्य प्रारम्भ 

एटीएस मशीन के माध्यम से डिजिटल सर्वे का कार्य प्रारम्भ 

एटीएस मशीन के माध्यम से डिजिटल सर्वे का कार्य प्रारम्भ 

अरवल( विश्वनाथ कुमार की रिपोर्ट)-- जिले में 100 साल बाद भूमि सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है। बिहार में करीब 22 जिलों में यह कार्य प्रारंभ किया गया है।जिसमें अरवल जिले के पांचो प्रखंडों में एटीएस मशीन के माध्यम से डिजिटल सर्वे किया जा रहा है। भूमि की सर्वेक्षण कार्य किए जाने को लेकर 204 सर्वेक्षण अमीन को सभी अंचलों में तैनात कर भूमि स्वामित्व का कागजात का डिमांड किया गया है एटीएस मशीन के माध्यम से सभी अंचल में सभी रईयतो की भूमि की मापी भी कराई जा रही है बंदोबस्त अधिकारी जिले के सभी अंचल में कार्य का समीक्षा कर रहे हैं। बिहार में सरकार के पहल से लगातार भूमि विवाद को दूर करने के उद्देश्य से इन जिलों में सर्वेक्षण डिजिटल के माध्यम से कराई जा रही है ताकि भूमि विवाद कम हो सके अरवल जिले में अब तक एशिया के सबसे बड़े सामूहिक नरसंहार सहित भूमि विवाद को लेकर ही हुआ है और सैकड़ों मामले आज भी माननीय न्यायालय और सभी थाने में लंबित पड़े हुए हैं।।  बातों की जानकारी देते हुए भूमि सर्वेक्षण अमीन अनामिका सिंह ने बताया कि अरवल सदर प्रखंड अंतर्गत मोथा जिनपुरा के साफाबाद में एटीएस मशीन के माध्यम से भूमि सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है।और भूमि का सर्वेक्षण कराए जाने के उपरांत अपने जमीन का रियल स्वामित्व का पता आसानी से लगाया जा सकता है जिसको लेकर गांव-गांव में घूम घूम कर गांव के किसानों से उनके जमीन के कागजात का डिमांड किया गया है ताकि उनके जमीन का सर्वे सही तरीके से हो सके जिसको लेकर कई लोग कागजात देने से मना करते हैं जिसको लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फिर भी 50 परसेंट अपने क्षेत्रों में कागजात उपस्थित करा लिए गए हैं हालांकि अवैध रूप से कब्जा किए हुए जमीन का कागजात भी अभी तक बंदोबस्त कार्यालय में कार्यरत कर्मियों को उपलब्ध नहीं कराई गई है ऐसे में जिले के भू माफियाओं को 100 साल बाद किए जा रहे सर्वे के कार्य से नाखुश नजर आने लगे हैं।


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