सच्चे संत अध्यात्म जगत के पावर हाउस होते हैं-संत जयराम जी ।
True saints are the power houses of the spiritual world - Sant Jairam ji
बाढ़(प्रिया सिंह की रिपोर्ट)--सच्चे संत अध्यात्म जगत के पावर हाउस होते हैं।जिन्हें अपने जीवन को प्रेममय शांतिमय और अध्यात्ममय बनाना है। उन्हें सच्चे संत से जरूर मिलना चाहिए संत हमेशा समाज को देना जानता है। वह ज्ञानदान से देहदान तक देकर धर्म ध्वजा को आसमान की ऊंचाई प्रदान करता है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने संत को जगन तीर्थ यानी चलता फिरता तीर्थ कहा है। तीर्थ जाकर व्यक्ति पावन बन जाता है। वैसे संत समागम से व्यक्ति मनभावन बन जाता है। तीर्थ ऊर्जा के भंडार है संत सुमति के आधार हैं आज रूपस गांव धन्य है जहां एक पत्रकार की दादी के तृतीय पुण्यतिथि पर मुझे आपसे अध्यात्म चर्चा करने का अवसर मिला है।
उपरोक्त विचार रामकथा के प्रसिद्ध कथा वाचक संत जय राम जी महाराज ने अनुमंडल की एकमात्र महिला पत्रकार प्रिया सिंह की पुण्यश्लोका दादी जी की तृतीय पुण्यतिथि पर उपस्थित गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया संत जय राम जी ने इस अवसर पर अपने सुमधुर भजनों का संगान कर सबका मन मोह लिया संत जय राम जी के करुणानिधान सेवा ट्रस्ट के सचिव प्रो० साधु शरण सिंह सुमन ने संत जय राम जी के त्यागमय भक्तिमय और अध्यात्ममय जीवनी को प्रस्तुत करते हुए उनके निशुल्क राम कथा गायन के अभियान का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया इस अवसर पर स्वागत भाषण पत्रकार प्रिया सिंह ने किया तथा जय राम जी प्रो० सुमन जी डॉ० अशोक कुमार सिंह अधिवक्ता ललन प्रसाद सिंह सत्येंद्र प्रसाद सिंह मुकुंद कुमार सिंह राजेश कुमार राजू सुधीर कुमार गुलशन सहित दर्जनों लोगों को अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मान किया।इस अवसर पर बख्तियारपुर अंचल निरीक्षक महेश प्रसाद, पूर्व जिला पार्षद मो खलीलुल्लाह मसूरी,वरिष्ठ पत्रकार सत्यनारायण चतुर्वेदी, शत्रुघन प्रसाद उर्फ गाँधी बाबा,राम नाम नरेश प्रसाद राही सहित दर्जनों पत्रकार एवं जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।
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