डेंगू के मरीजों की संख्या में ठंड का आगमन होने के बावजूद भी नही आ रही गिरावट
सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत के बावजूद भी अधिकतर लोग डेंगू की जांच करवाना उचित नहीं समझते हैं।
पटना--जिला अंतर्गत बाढ़ अनुमंडल में डेंगू का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है।सरकारी अस्पताल के आंकड़े के मुताबिक अभी भी डेंगू के मरीज मिल ही रहे हैं।एक आंकड़े के मुताबिक बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में हाल के दिनों में 16मरीज, बख्तियारपुर में 31 मोकामा में 8 घोसवरी में दो और बेलछी प्रखंड में एक मरीज मिले हैं।सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत के बावजूद भी अधिकतर लोग डेंगू की जांच करवाना उचित नहीं समझते हैं।और जब उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ जाती है तो आखरी विकल्प मानकर सरकारी अस्पताल का शरण लेते हैं जिसके चलते मरीज की तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है और जान भी चली जाती है।बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर विनय कुमार चौधरी ने बताया कि लंबी सर्दी खांसी और बुखार यदि ठीक नहीं होता है तो वैसे स्थिति में सरकारी अस्पताल में समय रहते जांच करवानी चाहिए। अनुमंडलीय अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग मरीज का वार्ड बनाए जाने के साथ-साथ उनके लिए समुचित दवा दारू की व्यवस्था भी उपलब्ध है।लेकिन जब मरीज की हालत ज्यादा गंभीर हो जाती है तो आखिरी मौके पर मरिज अस्पताल पहुंचते हैं वैसे में उसकी जान भी जा सकती है।डेंगू से बचाव के लिए साफ सफाई एवं घर में कहीं भी पानी जमा लंबे समय तक नहीं होना चाहिए। डेंगू के मच्छर जमा पानी में ही उत्पन्न होते हैं।
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