महाशिवरात्रि की धूम: हर-हर महादेव का जयघोष, भाजपा नेता अरविंद सिंह ने किया जलाभिषेक

हर जीव में प्रभु परमात्मा का वास है अतः वह पूजनीय एवं श्रद्धा योग्य है।-अरविंद सिंह

महाशिवरात्रि की धूम: हर-हर महादेव का जयघोष, भाजपा नेता अरविंद सिंह ने किया जलाभिषेक

प्रिया सिंह की रिपोर्ट//पटना/(गुजरात)सूरत--हिंदी भाषी महासंघ के महासचिव एवं भाजपा नेता अरविंद सिंह ने शनिवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर अपने सोसाइटी स्थित प्राणेश्वरनाथ महादेव मंदिर में सपत्नीक पूजा-अर्चना कर सभी देशवासियों की खुशहाली एवं प्रगति की कामना की।अरविंद सिंह ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया,वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा की और आरती उतारी। अरविंद सिंह ने इस अवसर पर सभी को महाशिवरात्रि की बधाई दी। उन्होंने कहा की महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देवाधिदेव महादेव और आदिशक्ति माता पार्वती की कृपा सब पर बनी रहे और सबका जीवन मंगलमय हो, यही उनकी कामना है। उन्होंने कहा कि शिवपुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव सबसे पहले शिवलिंग स्वरुप में प्रकट हुए थे। उन्होंने कहा कि यह भी मान्यता है कि इस दिन ही भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग प्रकट हुआ था। उस दिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि थी। इस वजह से हर साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाते हैं।पौराणिक कथाओं के अनुसार, शिव और शक्ति का महामिलन महाशिवरात्रि को हुआ था। भगवान शिव और शक्ति एक दूसरे से विवाह बंधन में बंधे थे। वैरागी शिव वैराग्य छोड़कर गृहस्थ आश्रम में प्रवेश किए थे। इस वजह से कई स्थानों पर महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की बारात भी निकाली जाती है। इस दिन शिवभक्त शिव पार्वती का विवाह भी संपन्न कराते हैं।

इसके बाद अरविंद सिंह ने शहर के जाने-माने वकील विनय शुक्ला के द्वारा आयोजित सुंदरकांड में हिस्सा लिया। यह सुंदरकांड का पाठ विनय शुक्ला ने अपने पिता स्वर्गीय राम कैलाश अवधराज शुक्ला की पुण्यतिथि के उपलक्ष में रखा था। प्रेस से अपने वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि सनातन हिन्दू धर्म के अनुसार इस धरा पर न केवल मानव बल्कि जानवरों एवं वनस्पति को भी अपनी अपनी स्वतंत्रा के साथ रहने का पूरा अधिकार है। सनातन हिन्दू धर्म में किसी भी प्रकार के बल प्रयोग, लोभ लालच को वर्जित माना गया है। हर जीव में प्रभु परमात्मा का वास है अतः वह पूजनीय एवं श्रद्धा योग्य है। इसी कारण से सनातन हिन्दू संस्कृति में न केवल मानव मानव से प्रेम करता पाया जाता है बल्कि पशुओं एवं वनस्पतियों को भी पूजा जाता है।

Click Here To Read More

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0