कैसे सफल हो एमडीएम योजना! जब बाजार में सामग्री का रेट 100 और सरकार दे रही ₹70
बाजार रेट से मेल नहीं खा रहा है एमडीएम योजना के सामग्री का सरकारी रेट
प्रिया सिंह की रिपोर्ट?बाढ़-- शिक्षा विभाग के द्वारा हाल के दिनों से हर प्राथमिक और मध्य विद्यालय के मध्यान भोजन योजना की सामग्री अब विद्यालय के प्रधानाध्यापक ना खरीदेंगे बल्कि मध्यान्ह भोजन योजना में उपयोग होने वाले सामग्री को प्रखंड के एमडीएम वेंडर के माध्यम से विद्यालय तक पहुंचा जाने के लिए सरकार ने व्यवस्था कर तो दी है लेकिन बाजार रेट से बहुत अंतर होने के चलते इसका सीधा असर एमडीएम योजना का लाभ उठाने वाले बच्चों के सेहत पर पड़ना शुरू हो गया है हालात यह है कि सरकार के द्वारा कई चीजें की रेट इस कदर मुकर्रर की गई है जो बाजार के रेट से मेल नहीं खाता है जैसे सरसों का तेल वेंडर को प्रति लीटर ₹140 की दर से खरीदना है जबकि खुले बाजार में 180 से ₹200 लीटर तक बिक रहा है वही मिक्स दाल का रेट ₹70 केजी सरकार ने तय किया है।जबकि खुले बाजार में दाल का रेट 100 के आसपास वही मसाले में भी बेमेल अंतर होने के चलते वेंडर के द्वारा घटिया सामग्री खरीद कर विद्यालय को मुहैया कराया जा रहा है जिसका प्रतिकूल असर एमडीएम योजना का लाभ उठाने वाले बच्चों के सेहत पर पड़ना शुरू हो गया है वेंडर से जब रेट के बारे में बात की गई तो उन्होंने रेट लिस्ट दिखाते हुए सरकार की नीति पर चिंता व्यक्त किया है सरकार का रेट सही नहीं होने के चलते वेंडर घटिया से घटिया सामान खरीद कर विद्यालय को मुहैया करा रहे हैं।
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