पीडीएस लाभुकों को सहनी पड़ रही अनाज माफियाओं की मनमानी,जांच की मांग
अनाज के पैकेट को पानी से भिगो देते हैं।और सुबह धर्म कांटा पर वजन करवाने से अनाज बराबर हो जाता है।
प्रिया सिंह की रिपोर्ट//बाढ़--अनुमंडल इन दिनों अनाज माफिया के कहर से परेशान है। जिसका सीधा असर गरीब एवं असहाय बीपीएल धारी परिवारों को भुगतना पड़ता है।यह अनाज माफिया एफसीआई गोदाम से संध्या के वक्त ट्रक लोड करवा कर अनाज को बाहर निकलवा लेते हैं।और एनएच थर्टी वन के किनारे होटल और ढाबा के पास वाहन को लगवा कर उस पर लदे अनाज का बोरा को उतरवाकर अनाज के मुताबिक अनाज के पैकेट को पानी से भिगो देते हैं।और सुबह धर्म कांटा पर वजन करवाने से अनाज बराबर हो जाता है।बाद में जब पीडीएस गोदाम के द्वारा अनाज का वितरण किया जाता है तो अनाज जन वितरण दुकानदार तक पहुंचने के बाद बांटने में विलंब होने के साथ ही सरन हो जाती है।जिसके चलते अनाज बोरे में ही खराब हो जाता है। मामले पर जब गोदाम मैनेजर से बात की गई तो गोदाम मैनेजर एफसीआई को जिम्मेवार ठहराते हैं।तो एफसीआई के ठेकेदार खुद को निर्दोष बताते हैं।लेकिन इस रैकेट के चलते इसका सीधा असर लाभुकों को भुगतना पड़ता है। लाभुकों ने उपभोक्ता विभाग से मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की है।और इस गोरखधंधे को बंद करवाने की मांग करते हुए सरे अनाज का विरोध करना शुरू कर दिया है।
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