आदर्श आचार संहिता लागु होने से पुर्व शिलान्यास हुआ करोड़ों रूपये का निर्माण योजना नहीं हो सका प्रारम्भ

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार पासवान ने कहा कि बालु के अभाव में 3 करोड़ रू की योजनाओं का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है।

आदर्श आचार संहिता लागु होने से पुर्व शिलान्यास हुआ करोड़ों रूपये का निर्माण योजना नहीं हो सका प्रारम्भ
आदर्श आचार संहिता लागु होने से पुर्व शिलान्यास हुआ करोड़ों रूपये का निर्माण योजना नहीं हो सका प्रारम्भ
रणधीर सिंह की रिपोर्ट//धनबाद--जिला अंतर्गत चिरकुंडा‌ नगर परिषद में आदर्श आचार संहिता लागु होने से पुर्व करोड़ों रूपये के निर्माण योजनाओं का शिलान्यास किया गया। ताकि विकास की गति अवरुद्ध न हो।पर ऐसा हुआ नही।विकास योजनाओं का कार्य प्रारंभ होने से पुर्व ही निर्माण में लगने वाले मेटेरियल का अभाव व लागत की वृद्धी होने का अनुमान संवेदक लगाने लगे और कार्य प्रारंभ नहीं कर पाये। कहीं कार्य अधुरा कर छोड़े हुए हैं। इसका मुल कारण नगर परिषद के नजदिकी बालु घाटों से बालु का उठाव प्रशासन द्वारा पुर्णत बंद कर दिया गया है जिसका प्रभाव स्थानिय मजदुरो पर भी पड़ा है।
चिरकुंडा नगर परिषद अंतर्गत तीन जलाशयों के सौन्दर्यिकरण का कार्य जिसमे नेहरु रोड स्थित तालाब,ताडबगान स्थित तालाब ,व पंपु तलाब आदि,वार्ड 19व20मे वार्ड विकास भवन का निर्माण,तालडंगा हाउसिंग कॉलोनी के वार्ड संख्या 12 मे नाले का निर्माण आदि,इन सभी योजनाओ की लागत राशी करीब तीन करोड़ बतायी जा रही है।इन योजनाओं में कुछ कार्य प्रारंभ हो गये थे कुछ शुरूआत भी नहीं हुए हैं।पुर्व में ग्रामिण घाट डुमरकुंडा से बालु का उठाव हो रहा था पर अब प्रशासन द्वारा रोक लगा दी गयी है।समय से कार्य पुर्ण नहीं होने पर संवेदकों की राशी में कुछ कटौती भी की जाती है। म्युनिशपल एक्ट के तहत और यदि बाहर से बालु मंगा कर  कार्य करते हैं तो लागत अधिक हो जाएगी। आचार संहिता के वजह से राशी में वृद्धी नहीं की जा सकती है।
इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार पासवान ने कहा कि बालु के अभाव में 3 करोड़ रू की योजनाओं का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है।आचार संहिता के पूर्व ही इन योजनाओं को धरातल पर उतारा गया था।स्थानिय घाटों में बालू उठाव पर रोक लगने के कारन संवेदक को बालू नही मिल पा रहा है।जिससे संवेदक काम नही कर पाएगा रहे हैं।चिरकुंडा थाना प्रभारी सुनिल कु सिह का कहना है कि पंचायती राज व्यवस्था द्वारा जारी चालान से बालू उठाव की जा रही थी ग्रामिण घाट डुमरकुंडा से जब बालू उठाव संबंधी कागजातों की जांच की गयी तो  चालान में स्थानीय स्तर पर बहुत सी गड़बड़ियां पाई गयी और की जा रही थी।जिसमे की एक ही चालान पर कई ट्रैक्टर बालू का उठाव किया जाने लगा था।जिस गड़बड़ियों को सुधारने के लिए बालु के उठाव पर रोक लगा दी गई।अब वरिय पदाधिकारियों के आदेशानुसार जब होगा चालु किया जाएगा।

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