प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

धन्यवाद ज्ञापन डाo मृणाल वर्मा के द्वारा दिया गया। इस कार्यक्रम में केन्द्र के सभी कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से सहयोग दिया।

प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

पटना--कृषि विज्ञान केन्द्र, बाढ़, पटना के प्रांगण में प्रकृतिक खेती पर जागरूकता सह दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाo डीo आरo सिंह, कुलपति,बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में डाo आरo सोहाने, निदेशक प्रसार शिक्षा, बिहार मौजुद थे।

कार्यक्रम का उदघाटन डाॅ डीo आरo सिंह, कुलपति, डाॅ आरo केo सोहाने, निदेषक प्रसार शिक्षा बि.ए.यू, सबौर, डाॅ रीता सिंह, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, प्रगतिशील किसान श्री शम्भू नारायण सिंह एवं श्री चंदन कुमार के द्वारा दीप प्रज्जवलीत कर किया गया। इस कार्यक्रम में केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डाo रीता सिंह ने अपने स्वागत भाषण में विभिन्न अतिथियों का स्वागत करते हुए उपस्थित किसान, कृषक महिलाएं, जीविका समुह से जीविका दीदीयां एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं कृषि प्रसार कार्यकर्ता को केन्द्र में चल रहे किसान उपयोगी कार्यक्रम को विस्तार से बतलाया एवं उपस्थित किसानों को लगातार केन्द्र के संपर्क में रहने की सलाह दी। तकनीकी सत्र में किसाानों को प्राकृतिक खेती के विभिन्न स्तंभ, विभिन्न प्रकार के जैव उत्पाद यथा बीजामृत, जीवामृत, नीमास्त्र, अग्नीयस्त्र, ब्रहमास्त्र एवं दषपर्णी अर्क बनाने की जानकारी दी गयी। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये किसानों ने प्राकृतिक , जैवीक खेती, पोषक अनाज की खेती, बटन मशरुम उत्पादन, शून्य जुताई विधि से आलू की खेती एवं षुन्य जुताई विधि से गेहूँ की खेती एवं सब्जी बीज उत्पादन पर अपने अनुभव साझा किये। डाॅ आरo केo सोहाने ने किसानों को संबोधित करते हुए बतलाया कि कृषि विज्ञान केन्द्र, बाढ़ के द्वारा मशरूम उत्पादन, दलहन, विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सवाल जबाव कार्यक्रम, ई निरोग एैप, किसान हेल्प लाईन नं0, ड्रोन, खेसाड़ी के उन्नत प्रभेद-रतन एवं प्रतीक के प्रसार पर बिहार कृशि विश्वविद्यालय, सबौर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, बाढ़, पटना के पहल की जानकारी दी। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बतलाया कि बदलते मौसम में पोषक अनाज एवं मक्का की खेती पर किसान अधिक लाभ कमा सकते हैं, साथ हीं उन्होंने कृषि शिक्षा के प्रति स्कुली बच्चों में जागरूकता लाने पर बल दिया। उन्होंने प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्रों में कृषि तकनीकी सूचना केन्द्र (एटीक) की स्थापना का आश्वासन दिया। उन्होंने पटना जिले के भौगोलिक परिदृश्य को देखते हुए पटना जिले में एक अन्य कृषि विज्ञान केन्द्र की आवश्यकता पर बल दिया।

उन्होंने किसानों को छोटे क्षेत्रफल में फूल की खेती, सब्जी की खेती एवं छत पर बागवानी कर अतिरिक्त आय अर्जीत करने की सलाह दी। उन्होंने प्रदेश में अधिक संख्या में कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना करने पर बल दिया। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र में पोषक अनाज प्रसंस्करण यंत्र उपलब्ध करवाने का आशवासन दिया।इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से 550 कृषकों ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन डाo मृणाल वर्मा के द्वारा दिया गया। इस कार्यक्रम में केन्द्र के सभी कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से सहयोग दिया।


Click Here To Read More

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0