देश को अपनी सभी चिकित्सा पद्धतियों पर है गर्व।-संत जयराम जी महाराज।

The country is proud of all its medical systems. -Sant Jairam Ji Maharaj

देश को अपनी सभी चिकित्सा पद्धतियों पर है गर्व।-संत जयराम जी महाराज।

बाढ़-(प्रिया सिंह की रिपोर्ट)- देश के चर्चित रामकथा वाचक संत जयराम जी महाराज ने आज कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए कुछ प्रबुद्ध कार्यकर्ताओं से आधुनिक संचार माध्यमों की सहायता से जुड़े और पतंजलि आयुर्वेद संस्थान  के संस्थापक स्वामी रामदेव जी और आई०एम०ए० के बीच उत्पन्न विवाद के हल के संदर्भ में अपनी राय विज्ञप्ति के माध्यम से जारी की ।संत जयराम जी महाराज ने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। देश को अपने इस चिकित्सा पद्धति पर गर्व है परंतु वर्तमान परिस्थिति में एलोपैथी के महत्व को नकार नहीं सकते संसाधनों और जरूरतों को ध्यान में रखकर सोचे तो एलोपैथी विश्व के हर आदमी के स्वास्थ्य लाभ से जुड़ गया है। इसका कारण अनुसंधान आधारित इलाज है।यह सही है कि कुछ रोगों के समूल निदान में एलोपैथी सक्षम नहीं है। जबकि आयुर्वेद उन रोगों के समूल निदान में सक्षम है एलोपैथ के जनजीवन से जुड़ने में व्यवस्था का भी बहुत बड़ा सहयोग रहा है। आज गांव गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है या झोलाछाप ही सही कोई इलाज करने वाला है पर आयुर्वेदिक अस्पताल कहां है इस पद्धति से इलाज करने वाले वैद्य लगभग नहीं के बराबर है मैं चाहता हूं कि यह द्वंद थमे दोनों पद्धतियां अपनी अपनी जगह श्रेष्ठ हैं इसको माना जाए किसी पद्धति विशेष या संगठन विशेष के बारे में अपशब्द बोल कर हम उसकी महत्ता को कम नहीं कर सकते एलोपैथी चिकित्सक देश के स्वास्थ्य सुरक्षा के रीढ़ है ।यह पद्धति आज आई०एम०ए० और स्वामी रामदेव जी के विवाद को सोशल मीडिया ने मसालेदार बना दिया है। इस संक्रमण काल में सेवा सहायता जरूरी है।मैं देश के तमाम सन्त शक्ति राजनीति शक्ति और समाज शक्ति से अपील करता हूँ कि इस बेमौसम के विवाद को विराम दे आगे आने वाली तीसरी कोरोना लहर से बचाव और अधिकतम टीकाकरण पर ध्यान दे।आज के वार्ता माध्यम क्रम में करुणानिधान सेवा ट्रस्ट के सचिव प्रो० साधु शरण सिंह सुमन ट्रस्टी सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, ट्रस्टी मुकुंद कुमार, कोषाध्यक्ष घनश्याम कुमार,प्रो० जितेंद्र कुमार, इंजीनियर विजय कुमार योगाचार्य प० उमानंद,प्राचार्य सुरेश द्विवेदी, प्रमोद कुमार महतो सहित दर्जनों ने विचार रखे


Click Here To Read More

What's Your Reaction?

like
5
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1