यात्री सुविधाओं में इजाफे की बाट जोह रहा अथमलगोला स्टेशन

शौचालय और शुद्ध पेयजल की समस्या से यात्री रहते है परेशान

यात्री सुविधाओं में इजाफे की बाट जोह रहा अथमलगोला स्टेशन
यात्री सुविधाओं में इजाफे की बाट जोह रहा अथमलगोला स्टेशन

प्रिया सिंह की रिपोर्ट/बाढ़--पूर्व मध्य रेल दानापुर मंडल के अथमलगोला स्टेशन पर कोरोना काल से पूर्व कुल मिलाकर 18 जोडी़ ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था।नये पैनल सिस्टम का निर्माण,स्टेशन विस्तारीकरण व थर्ड लाइन शुरू होने के बाद लगा था कि अब अथमलगोला स्टेशन पर भी यात्री सुविधाओं के दिन बहुरने वाले हैं।फिर कोरोना की त्रासदी आई और एकाएक सारी सुविधाएं समाप्त कर दी गई।जो अथमलगोला स्टेशन पर कोरोना पूर्व यात्रीयों के आवागमन से गुलजार रहता था आज वहां दिन के बारह बजे के बाद सन्नाटा छा जाता है।पहले रेलवे ने कोरोना पूर्व अथमलगोला स्टेशन पर रूकती आ रही 13007/08 तूफान एक्सप्रेस,13133/34 अपर इंडिया, 13131/32 कोलकाता पटना, 53043/44 राजगीर हावड़ा फास्ट पैसेंजर का परिचालन कोरोना बाद सदा के लिए बंद कर दिया गया।साथ ही स्टेशन पर कोरोना पूर्व रूक रही ट्रेन संख्या 18625/26 कोशी एक्सप्रेस,13235 /36 साहिबगंज दानापुर इंटरसिटी, 13287 /88 दुर्ग राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस, 18622/21 पाटलिपुत्र एक्सप्रेस का स्टापेज जीरो बेस टाइम टेबल(ZBBTT) नियम का हवाला देकर खत्म कर दिया। नियम एैसा की 18622/21 पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ज्वास, मेकरा, लेमुआबाद, बासोचक, डूमरी आदि सभी हाॅल्टों रूकती है। लेकिन यहां इसका ठहराव समाप्त कर दिया गया।.कहने को चार लाइनों व दो लम्बे प्लेटफार्म वाला यह स्टेशन है। लेकिन आज भी मात्र दो चापाकल के भरोसे ही हजारों यात्रीयों की प्यास बु़झती है।महिला शौचालय के नाम पर प्लेटफार्म नंबर 02 पर लगा ग्रीन टायलेट के टंकी तक को असमाजिक तत्व उठाकर ले गए। दो टायलेट में एक में आज भी ताला लगा हुआ है। दूसरी टायलेट के गंदगी का अंबार है।,रेलवे के अनुसार अप काॅमन लूप लाइन नंबर 04 पर ओवरब्रिज एक्सटेंशन के लिए जमीन नहीं है। लेकिन ग्रामीण मार्केट उसी साइड होने के कारण मजबूरन यात्रीयों,महिलाओं, बच्चों को ट्रैक नीचे से पार करना पड़ता है। जिससे आए दिन किसी हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता।आए दिन अथमलगोला स्टेशन पर हो रही हादसों की एक वजह कमजोर एनाउंसमेंट सिस्टम भी है।,शाम होते ही स्टेशन प्लेटफार्म परिसर में सन्नाटा छा जाता है।शाम होते ही असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा हुआ रहता है। स्टेशन पर यात्री पुनर्विकास के बारे में बात करते हुए बिहार दैनिक यात्री संघ के महासचिव नंदकिशोर प्रसाद कहते हैं कि पूर्व मध्य रेल के दानापुर मंडल का अथमलगोला स्टेशन कोरोना काल के बाद यात्री सुविधाएं के मामले में 20-25 साल पीछे चला गया। स्टेशन पर कोरोना काल से पूर्व 18 जोडी़ ट्रेनों का ठहराव था। आज वहां सिर्फ 07 जोडी़ ट्रेन रूक रही है।अथमलगोला स्टेशन से पटना जाने के लिए दिन के 11:30 बजे के बाद रात्रि में लगभग 10:00 बजे ट्रेन है। हालांकि उन्होंने कहा कि दैनिक यात्री संघ शाखा अथमलगोला के सक्रिय सदस्य कोरोना काल से पूर्व रूक रही ट्रेनों के ठहराव को पुनर्बहाल करवाने के लिए नीत दिन प्रयास कर रहे हैं।मुंगेर सांसद श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की ओर से लिखित अनुशंसा भी की गई है। जिसपर रेलवे बोर्ड नई दिल्ली में प्रपोजल विचाराधीन है।,तथा इस संबंध में दैनिक यात्री संघ शाखा अथमलगोला के सदस्यों द्वारा ठहराव की पुनर्बहाली हेतू मंडल रेल प्रबंधक दानापुर प्रभात कुमार से भी मिलकर प्रयास किया है।इस संबंध में पीआरओ हाजीपुर श्री वीरेंद्र कुमार ने बताया कि ठहराव का मामला विभाग में विचाराधीन है।जो निर्देश मिलेंगे उसका अनुपालन किया जाएगा।सुविधाओं की बाबत उन्होंने कहा कि शौचालय, चापाकल सहित अन्य असुविधाओं के संबंध में जानकारी ली जाएगी।उसके उपरांत उसका निदान किया जाएगा।


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