गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर की चपेट में आये तटीय इलाके के कई मंदिर और स्नान घाट
जलस्तर बढ़ने से प्रभावित लोगों को सताने लगा बाढ़ के साथ ही जहरीले जीव जंतुओं का भी डर
प्रिया सिंह की रिपोर्ट//बाढ़--गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ता हुआ जलस्तर अब बाढ़ शहर के किनारों तक पहुंच गया है। गंगा किनारे स्थित कई मंदिर एवं घाटों को अपने चपेट में ले लिया है। इसी क्रम में संगत घाट तथा अलखनाथ घाट और गौरीशंकर घाट तथा उमानाथ घाट की सीढ़ियां पूरी तरह से गंगा में समाहित हो चुकी है। आपको बता दें कि बाढ़ के गंगा किनारे बना हुआ बांध रोड में, जो बाढ़ का गंगा नदी के बाढ़ से बचाव करता है, गंगा का पानी बिलकुल सट चुका है,जबकि बाढ़ के पानी में अनुमंडल का लगभग दियारा डूब चुका है और दियारा पर रहने वाले लोग अपने जान-माल के साथ बाढ़ के प्रखंड कार्यालय परिसर में शरण ले रहे हैं।
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जलस्तर बढ़ने से प्रभावित लोगों को सताने लगा बाढ़ के साथ ही जहरीले जीव जंतुओं का भी डर
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बाढ़--अथमलगोला प्रखंड के रामनगर दियारा पंचायत के करीब आधा दर्जन वार्ड गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर की चपेट में आ गई है। जिसके चलते लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि गांव जाने वाली मुख्य सड़क पर से पानी गुजरने लगा है। जिसके चलते लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अंचलाधिकारी भास्कर कुमार मंडल के द्वारा पुलिया पर पानी का दबाव बनाए जाने के बाद वहां पर बालू से भरे बैग दवा देने से कुछ हद तक स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन ग्रामीण अब धीरे-धीरे ऊंचे स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं। ग्रामीणों को अभी भी बिजली की आंख मिचौली के चलते जहरीले जीव जंतु का खतरा सताने लगा है।जिसके चलते लोग भयभीत हैं।प्रभावित लोगों ने सड़क किनारे लाइट की व्यवस्था किए जाने की मांग की है।
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