पटना /कुंदन पांडेय/ नॉलेजग्राम स्कूल में कई दिनों से चल रहे समर कैम्प का आज समापन किया गया।आपको बतादें की समर कैम्प का आयोजन 1 जून से 8 जून के लिए किया गयाा था।
इस समपन कार्यक्रम के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर NIOS के क्षेत्रीय निदेशक कमांडर परमप्रीत सिंह एवं विशिष्ट अतिथि प्रख्यात कथक नृत्यांगना पंखुड़ी, श्रीवास्तव मौजूद थे।उक्त समापन कार्यक्रम दीप प्रज्जवलन एवं शंखध्वनि के साथ सुबह 9 बजे से शुरुआत हुआ, जो दोपहर के 1 बजे समाप्त हुआ। लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का उद्घाटन ऑनलाइन किया गया ।
आपको बता दें कि उक्त समर कैंप में पिछले सात दिनों में योगा, कराटे, आर्ट एवं क्राफ्ट, म्यूजिक, डांस, कुकरी और सॉफ्ट स्किल सहित व्यक्तित्व-विकास के बारे में बच्चो को बताया गया। ऑनलाइन कैम्प में करीब 700 बच्चों ने भाग लिया। जिसका परिणाम अच्छा देखा गया।
मुख्य अतिथि परमप्रीत सिंह ने अपने वक्तव्य में बच्चों को बहुआयामी बनने के साथ-साथ अनेक प्रेरक प्रसंगों के द्वारा बड़ी से बड़ी कठिनाइयों में हार ना मानकर जितने का संदेश दिया। ओहि विशिष्ट अतिथि श्रीवास्तव ने संबोधन में कहा कि कला के विभिन्न आयामों में अब सम्मान के साथ अनेक संभावनाएं भी हैं। बच्चों को अपनी रुचि के अनुरूप कोई न कोई आर्ट फॉर्म अवश्य जुनून के साथ अपनाना चाहिए। दोनों अतिथियों ने इस मेगा समर कैम्प की भव्यता को सराहा। विजयी बच्चों की प्रस्तुतियों को जब दिखाया गया तो अतिथिगण और दर्शक भावविभोर हो गए।
अनेक अभिभावकों ने भी अपनी प्रतिक्रिया की वीडियो बनाकर भेजा जिसमें उन्होंने यह बताया कि सात दिनों में उनके बच्चों ने बहुत कुछ सीख लिया जो बरसों में सिखाना संभव नहीं था।
स्कूल की प्राचार्या, राधिका के, जो कार्यक्रम की समन्वयक भी थी, ने बताया कि इतना विशाल कार्यक्रम ऑनलाइन करा पाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी, जिसको सफलीभूत करने के लिए उनके शिक्षकों ने रात-दिन परिश्रम किया। उन्होंने अतिथियों एवं अभिभावकों के प्रति भी अपनी हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित की।
आपको यह भी बताते चलें कि इस कैम्प में लगभग 700 प्रतिभागियों में 6 वर्गों की 12 प्रतियोगिताओं में 36 बच्चों ने बाजी मारी। विजेताओं को ई-सर्टिफिकेट शीघ्र ही प्रदान किया जाएगा।
विद्यालय के निदेशक डॉ सी बी सिंह ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों और व्यापकता पर प्रकाश डाला और अभिभावकों की मांग पर इसे प्रतिवर्ष कराने का भरोसा दिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया।
Click Here To Read More