शेखपुरा / शिक्षा क्षेत्र में उच्चतम नाम कमाने वाले के के पाठक आए दिन एक से एक नया फरमान जारी करते रहते हैं कि उसी का नतीजा आज बिहार के शेखपुरा में देखने को मिला है। इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां भीषण गर्मी की वजह से शेखपुरा के दर्जन भर स्कूल में वहां पढ़ने वाले बच्चे और शिक्षक अचानक बेहोश हो गए है ।
जिसे स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में शेखपुरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां चिकित्सकों की एक विशेष टीम के द्वारा इलाज किया जा रहा है।
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फिलहाल बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। दरअसल बुधवार की सुबह शेखपुरा के अरियरी प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय में प्रार्थना के दौरान यह हादसा हुआ है ।
इस घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है। एक ओर भीषण गर्मी पड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर के के पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के तालिबानी फरमान से बच्चों के सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. जिससे शिक्षक और बच्चे स्कूलों में अचानक बेहोश हो रहे हैं, बिहार के कई जिलों में ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही है। हालांकि ऐसी घटनाओं से शिक्षा विभाग जानते हुए अनजान बन बैठा है। जिसका नतीजा शेखपुरा के मासूम बच्चे झेल रहें है।
इन इन जिलों से भी घटना सामने आई है।
अरियरी के इटहरा और चोरवार में भी यही नजारा देखने को मिला है, जहाँ शिक्षक और शिक्षिका अचानक बेहोस हो गए। वही बेलक्षी बेलदरिया और भोजडीह समेत शेखपुरा के दर्जन भर स्कूलों में यही हाल रहा।गौर करने की बात यह है कि शेखपुरा में पहाड़ी इलाका होने की वजह यहाँ गर्मी प्रचंड रूप धारण किये है। पारा 48℃ के पार बताया जा रहा है।. लेकिन शिक्षा विभाग अपनी तुगलकी फरमान और तालिबानी आदेश को वापस लेने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है।
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जिससे शिक्षक और स्कूली बच्चों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है. बच्चों के परिवार में इतनी नाराजगी है. कि शिक्षा विभाग के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल दिया है और सड़क जाम कर घंटो नारेबाजी की है. बहरहाल देखना अब यह लाजमी होगा कि इतना बड़ा असर देखने के बाद क्या शिक्षा विभाग अपनी घोर निद्रा से जागेगी क्या इस गर्मी में भी स्कुल खोलना बच्चों के जान से खेलने का अधिकार आखिर केके पाठक को किसने दिया है क्या न्यायालय और सरकार सब इस बात से अनजान है बड़ा सवाल है।
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