घर पहुँचने की जल्दबाजी और वाहन चालकों की लापरवाही कभी भी यात्रियों पर पड़ सकती है भारी
हाल में ही हुए सड़क हादसे से वाहन चालक ले सबक,प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाने की जरूरत
प्रिया सिंह की रिपोर्ट//बाढ़- पर्व का समय होने के कारण यात्रियों की भीड़ बढ़ना स्वाभाविक है।लेकिन गंतव्य तक पहुंचने की जल्दबाजी में जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने की यात्रियों की ललक वाहन चालकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो जाता है।जिसके कारण सारे नियम कानून ताक पर रख कर यात्रियों को ओवरलोड हाल में गंतव्य तक पहुंचाने का काम करते है।बाढ़ में कमोबेश प्रतिदिन ऐसा देखने को मिल रहा है।हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के कानपुर इलाके में ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो जाने के बावजूद भी बाढ़ में वाहन चालक इससे सबक नहीं ले रहे हैं। हालात यह है कि दुर्गा पूजा के मौसम में भी बस चालक अपने वाहन पर ओवरलोड यात्रियों को बिठाकर भदौर, समिया गढ़ शेखपुरा और बरबीघा इलाके तक की यात्रा करवाते हैं। लेकिन इस ओवरलोड को देखने वाला कोई नहीं है।जिसके चलते अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं।स्थानीय प्रशासन को इस लापरवाही भरे कदम पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
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