विधानसभा स्पिकर मामले पर DSP समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज।

विधानसभा स्पिकर मामले पर DSP समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज।Three policemen including DSP will be punished on the assembly speaker case.

विधानसभा स्पिकर मामले पर DSP समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज।

पटना / अफसरशाही राज्य में इस कदर बढ़ा कि जनता तो दूर विधानसभा अध्यक्ष भी इसके शिकार हों गए। मामला बिहार के लखीसराय से जुड़ा है। लेकिन सोचनीय बात यह है कि जब विधानसभा के अध्यक्ष पर यह बात आया तो पुलिस एक्सन मोड़ हो गई।

लेकिन जब जनता के साथ होती है तो एक्सन मोड़ का क्या होता है किसी से छुपा हुआ नही है। लेकिन आदत तो आदत होती है,  जनता पर रौब झाड़ते-झाड़ते इस बार बिहार पुलिस ने नेता जी को झाड़ दिए। जो बिहार पुलिस पर भारी पड़ गया। फिर क्या था ,नेता जी भी लिखकर इसकी शिकायत उक्त विभाग के आला अधिकारियों से कर दी। और डीएसपी व दो थानेदार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस भेज दी गई है। उसके बाद फिर स्पीकर ने मुख्य सचिव व डीजीपी को बुलाया और  घटना के संबंध में 21 फरवरी को बैठक के लिए कहा। बैठक से पहले तीन अफसरों से शो-कॉज नोटिस से जबाब भी पूछा गया है। डीजीपी बिहार ने मुंगेर डीआईजी को पत्र भेज तीनो पुलिस अधिकारियों से शो-कॉज  रिपोर्ट माँगा है।

 

बीजेपी के 2 विधायकों ने भेजा नोटिस।

 

विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा से अभद्र व्यवहार करने के मामले में बीजेपी के 2 विधायको ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा है। विधायक ललन कुमार एवं संजय सरावगी ने लखीसराय जिले के एसडीपीओ रंजन कुमार, थाना प्रभारी बीरूपुर दिलीप कुमार सिंह और बड़हिया के थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की सूचना विधानसभा को दी है। नोटिस मिलने के बाद विधानसभा सचिव शैलेंद्र सिंह ने मुख्य सचिव , डीजीपी को पत्र लिख जवाब मांगते हुए, मीटिंग में स्वयं उपस्थित रहने का आग्रह किया है

मुख्य सचिव और डीजीपी बैठक में होगें शामिल 

 

पत्र में कहा गया है कि 2 विधायकों ने डीएसपी रंजन कुमार सिंह व दो थानाध्यक्षों के खिलाफ बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है। इस संबंध में 21 मार्च को स्पीकर के कार्यालय कक्ष में एक बैठक रखी गई है। विशेषाधिकार हनन की जो सूचना दी गई उस बारे में तीनों आरोपी पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करें । इसके साथ ही उस पर विभागीय मंतव्यों के साथ प्रतिवेदन तीन दिनों के अंदर सभा सचिवालय को उपलब्ध कराएं. विस सचिव ने अपने पत्र के माध्यम से मुख्य सचिव-डीजीपी से कहा कि आप खुद बैठक में उपस्थित रहें। विस सचिवालय के पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय ने 18 फरवरी को मुंगेर डीआईजी को पत्र लिख तीनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की सूचना दी. मुख्यालय के पत्र में कहा गया है की लखीसराय के डीएसपी व 2 थानाध्यक्ष के खिलाफ विधानसभा स्पीकर के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन की सूचना दी गई है. ऐसे में इन तीनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर तीन दिनों के भीतर पुलिस मुख्यालय को भेजें।

मामला सरस्वती पूजा के समय का है, जब स्पिकर  विजय सिन्हा अपने गृह क्षेत्र लखीसराय के दौरे पर थे। पुलिस पर आरोप था कि दोषी लोगों के बजाए निर्दोष को पकड़ लिया। जब इस संबंध में स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी अध्यक्ष विजय सिन्हा को दी तब उन्होंने डीएसपी व थानेदार से इस संबंध में आपत्ति दर्ज की। इससे भन्नाये डीएसपी एवं थानेदार ने सीमा लांघते हुए स्पीकर से ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था। 


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