ए बाबू अब हमर ख्याल के रखी..बोलते आशीष भरे सजल नेत्रों से एक वृद्ध महिला ने थानाध्यक्ष को दी विदाई

निवर्तमान हिसुआ थानाध्यक्ष राजीव कुमार पटेल ने पेश की मानवता की मिसाल

ए बाबू अब हमर ख्याल के रखी..बोलते आशीष भरे सजल नेत्रों से एक वृद्ध महिला ने थानाध्यक्ष को दी विदाई
प्रिया सिंह की रिपोर्ट/पटना/नवादा--नौकरी के क्रम में स्थानांतरण, पदस्थापना और पदोन्नति का दौर चलता रहना एक स्वभाविक प्रक्रिया है।लेकिन इसी क्रम में कर्मी द्वारा अपनी बेहतर कार्यशैली और व्यवहारकुशलता से जनमानस के दिलोदिमाग पर अमिट छाप छोड़ जाना बड़ी बात तो है ही साथ ही प्रेरणादायी भी है।अपने बहुमूल्य समय के बस कुछ ही क्षण मानवता की सेवा में समर्पित करने वाले बिरले ही होते हैं।
उन्ही में एक हैं हिसुआ नवादा के निवर्तमान थानाध्यक्ष राजीव कुमार पटेल।जिन्होंने एक लाचार बेबस वृद्ध महिला की मदद कर मानवता की मिसाल कायम की।राजीव कुमार पटेल ने बताया कि इस आत्मसंतुष्टि पूर्ण कार्य से फलाफल के रूप में जीवन के सुकून की बगिया हरीभरी हो गई।
निवर्तमान हिसुआ थानाध्यक्ष के वारसलीगंज स्थानांतरण पश्चात आयोजित विदाई सह सम्मान समारोह में बूढ़ी, बेबस और लाचार दो आंखें सभी के कौतूहल का केंद्र बनी हुई नजर आयी।जिसमे विदाई की समझ नही थी लेकिन बिछुड़ने का दर्द स्पष्ठ झलक रहा था।ए बाबू  अब हमर ख्याल के रखी.....बोलते हुए सजल नेत्रों से लाख दुआएं देने वाली वृद्ध महिला को सम्मान के साथ थानाध्यक्ष ने अपनी बगल में बैठा कर कुशल क्षेम पूछते हुए नम आंखों से विदाई ली।
स्थानीय लोगो की माने तो ऐसा नही है कि आज ही वृद्ध महिला को इतना सम्मान दिया जा रहा है।बल्कि काफी समय से थानाध्यक्ष द्वारा उनका ख्याल रखा जा रहा था।वृद्ध महिला जब भी थाना पर आती तो थानाध्यक्ष द्वारा कुछ न कुछ देकर ही विदा किया जाता था।एक जनप्रतिनिधि की माने तो आज के दौर में पुलिस के इस मानवता रूपी छवि को सेल्यूट
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